Best poem lyrics for modi on 16 may- bjp sarkar
Narendra modi best poem lyrics for 16 may..here we posted best modi ji poem for 16 may..
Two poem in hindi---Source: Official Facebook page of swami ramdev
Poem 1 in Hindi
मोदी ने चाय बेचीं, कलाम ने बेचा अख़बार
सोनिया ने देश बेचा, मनमोहन ने स्वाभिमान 'केजरी' ने
अन्ना को बेचा, हुए देशभक्त हैरान
मक्कारो ने खोल दी फिर 'आप' की दुकान।।
कौन भला कर सकता सबका, अब तो लो पहचान
"नमो" को लाना है, फिर गाना 'मेरा देश महान' शीश
कटाते फौजी देखे, आँख दिखाता पाकिस्तान,
भाव गिराता रुपया देखा, जान गँवाता किसान,
बहनों की लुटती इज्जत, काम खोजता नौजवान,
गोदामों में अन्न है सड़ता, भूखा मरता हिन्दुस्तान,
घोटालों की सत्ता देखी, लुटता देखा हिन्दुस्तान,
फिर भी कहते हैँ कुछ मूर्ख लोग हो रहा भारत
निर्माण ।
Poem 2 in hindi
गंगा जी के तट में मोदी ,
यमुना बंशी -वट में मोदी ।
ब्रह्मपुत्र के जल में मोदी
कावेरी कल - कल में मोदी ।
.
सैनिक की हुँकार में मोदी ,
दुश्मन की चित्कार में मोदी ।
ॐ और ॐकार में मोदी ,
निराकार -साकार में मोदी ।
.
सुबह शाम की चाय में मोदी,
हर प्रबुद्ध की राय में मोदी ।
नुक्कड़ की गप्पों में मोदी
बैलेट के टप्पों में मोदी ।
.
होली की गुजियों में मोदी,
ईदी की खुशियों में मोदी ।
क्रिसमस के हर केक में मोदी ,
हर इक बन्दे नेक में मोदी ।
.
बद्री और केदार में मोदी ,
हरिद्वार के द्वार में मोदी ।
माता के दरबार में मोदी
सभी दिशाओं चार में मोदी ।
.
गावों और चौपाल में मोदी ,
गौ में और गोपाल में मोदी ।
हर सच्ची मिसाल में मोदी ,
सेंसेक्स की उछाल में मोदी ।
.
हर बेसुध की सुध में मोदी
ढूंढ ले अब तू खुद में मोदी
ढूंढ ले अब तू खुद में मोदी
ढूंढ ले अब तू खुद में मोदी ।
.
करोड़ो चाहने वालो का मेला है
कौन कहता है मोदी अकेला है ।
Two poem in hindi---Source: Official Facebook page of swami ramdev
Poem 1 in Hindi
मोदी ने चाय बेचीं, कलाम ने बेचा अख़बार
सोनिया ने देश बेचा, मनमोहन ने स्वाभिमान 'केजरी' ने
अन्ना को बेचा, हुए देशभक्त हैरान
मक्कारो ने खोल दी फिर 'आप' की दुकान।।
कौन भला कर सकता सबका, अब तो लो पहचान
"नमो" को लाना है, फिर गाना 'मेरा देश महान' शीश
कटाते फौजी देखे, आँख दिखाता पाकिस्तान,
भाव गिराता रुपया देखा, जान गँवाता किसान,
बहनों की लुटती इज्जत, काम खोजता नौजवान,
गोदामों में अन्न है सड़ता, भूखा मरता हिन्दुस्तान,
घोटालों की सत्ता देखी, लुटता देखा हिन्दुस्तान,
फिर भी कहते हैँ कुछ मूर्ख लोग हो रहा भारत
निर्माण ।
Poem 2 in hindi
गंगा जी के तट में मोदी ,
यमुना बंशी -वट में मोदी ।
ब्रह्मपुत्र के जल में मोदी
कावेरी कल - कल में मोदी ।
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सैनिक की हुँकार में मोदी ,
दुश्मन की चित्कार में मोदी ।
ॐ और ॐकार में मोदी ,
निराकार -साकार में मोदी ।
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सुबह शाम की चाय में मोदी,
हर प्रबुद्ध की राय में मोदी ।
नुक्कड़ की गप्पों में मोदी
बैलेट के टप्पों में मोदी ।
.
होली की गुजियों में मोदी,
ईदी की खुशियों में मोदी ।
क्रिसमस के हर केक में मोदी ,
हर इक बन्दे नेक में मोदी ।
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बद्री और केदार में मोदी ,
हरिद्वार के द्वार में मोदी ।
माता के दरबार में मोदी
सभी दिशाओं चार में मोदी ।
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गावों और चौपाल में मोदी ,
गौ में और गोपाल में मोदी ।
हर सच्ची मिसाल में मोदी ,
सेंसेक्स की उछाल में मोदी ।
.
हर बेसुध की सुध में मोदी
ढूंढ ले अब तू खुद में मोदी
ढूंढ ले अब तू खुद में मोदी
ढूंढ ले अब तू खुद में मोदी ।
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करोड़ो चाहने वालो का मेला है
कौन कहता है मोदी अकेला है ।
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