Best Hindi Messages, Shayari, Quotes
Best Hindi Messages, Shayari, Quotes: Here we have updated , all types of hindi shayari, love Messages, Quotes. You can send these sms through whats app cheat chat and set these Hindi sms as your facebook status
"कमा के इतनी दोलत भी मैं अपनी "माँ" को दे ना पाया,
के जितने सिक्कों से "माँ" मेरी नज़र उतारा कर फेक दिया करती थी... @@ जय माता दी दोस्तों @@
ए- इश्क़ जरा सुन एक बात बता मुझको ...
क्या सबको अज़मते हो या मुझसे दुश्मनी हे
इंसान चाहे कितना भी साफ़ हो...।।
पर उसकी परछायी काली ही होती है..
तुम आओ और कभी दस्तक तो दो इस दिल पर,
प्यार उम्मीद से काम हो तो सजा ए मौत दे देना.
मेरा प्यार सच्चा था इस लिये तेरी याद आती है,
अगर तेरी बेवफाई भी सच्ची है,
तो अब यादों मे मत आना...
एक गुलाब ही काफ़ी था आज के इस दिन के लिये...
उन्होंने गुलदस्ता भेजकर सारे शहर में तहलका मचा दिया.
मुहब्बत में अब रंग आने लगा है..
कि वो मुझ से नज़रें चुराने लगा है !!
Lolzz
आज भी हमारे देश में
'तू प्यार है, किसी और का, तुझे चाहता कोई और है'
गाना सुनकर
10 में से 8 लड़के तो जजबाती हो ही जाते हैं।
आज सड़क पर निकले तो तेरी याद आ गई
तूने भी इस सिग्नल की तरह रंग बदला था
"मैं हर किसी के लिए अपने आपको
अच्छा साबित नहीं कर सकता, ..लेकिन........
मै उनके लिए बेहतरीन हूं जो मुझे समझते है
दूसरों की तरक्की देख कर जले नही ।
क्योकि जलते तो वो लोग हैं जो मर जाते है ।
बेटी को जिसने मरवा दिया था पत्नी के
कोख में,
मोहल्ले में लडकिया ढूँढ रहा है नवरात्रे के कन्या भोज में।।।
काश किस्मत भी नींद की तरह होती
रोज़ सुबह खुल जाती II
दिल की बाते तो इशारों से होती है....
अल्फाजो से तो अक्सर झगडे हुआ करते हैं..
तू मझे ख़त्म हुआ न समझ वो तीली..
भी आधी ही ज़ली थी जिसने जंगल ज़लाया था..
रोज़ ढलती हुई शाम से डर लगता हैं ,
अब मुझे इश्क़ के अंजाम से डर लगता हे ,
जब से तुमने मुझे धोखा दिया हे ,
तबसे मोहब्बत के नाम से डर लगता हे ..
उस बेवफा को ना आया मेरी मोहब्बत पर यकीन
हम ने कहा हम मर जायेंगे उसने कहा... आमीन..
तनहा रहना तो मुहब्बत वालों की एक रस्म है..
अगर फूल सिर्फ खुशी के लिए होते तो जनाजे पे ना डाले जाते..
ग़र तस्वीरें बोला करती,
तो मैं शायद कोई रंगसाज़ होता।
मैं शायर बना ही हूँ,
ताकि तेरी खूबसूरती को आवाज़ दे सकूँ.
तुम मौसम की तरह बदल रही हो,
मैं फसल की तरह बरबाद हो रहा हूँ ..
ज़िन्दगी तो सस्ती है यारों
पर
जीने के ढंग बड़े महँगे हैं
ऐसा नहीं.. कि दिल में तस्वीर नहीं थी
पर हाथों में तेरे नाम की लकीर नहीं थी
मेरे दुश्मन भी, मेरे मुरीद हैं शायद,
वक़्त बेवक्त मेरा नाम लिया करते हैं ,
मेरी गली से गुज़रते हैं छुपा के खंजर,
रु-ब-रु होने पर सलाम किया करते हैं ।
अभी तो चंद लफ़्ज़ों में समेटा हैं तुझे मैंने........
अभी तो मेरी किताबो में तेरी तस्वीर
बाकी है....
मेहनत सीढ़ियों की तरह होती हैं..और
भाग्य लिफ्ट की तरह...
किसी समय लिफ्ट तो बंद हो सकती हैं...
पर सीढ़ियाँ हमेशा ऊंचाई की तरफ ले जाती है...
उसके सामने सिगरेट पिया तो उसने कातिलाना सवाल पूछ लिया
~
क्या इसकी तलब मेरे होंठों से जयादा हैं..
पांच के नोट सी हो गई है जिन्दगी
चलती है.. मगर फटे हाल में अक्सर...
ज़माने पर यकीन करने की कितनी भी कोशिश
करो,
सावधान इंडिया का एक एपिसोड दिमाग
की ऐसी तैसी कर देता हे.
वो ""दोस्त"" मेरी नजर में ....
बहुत माएने रखते हैं,
जो वक़्त आने पर मेरे सामने
""आइने"" रखते हैं.
कुछ लोग हमेँ कहते हैँ क्या मिलेगा ये
राजनीति करके ।।
जिँदगी गुज़ारने के लिये काम धँधा करना पड़ता है..।।
तो हमने भी शायराना अँदाज़मेँ कह दिया ।।।
ज़िँदगी तो कुत्ते भी गुज़ार लेते हैँ ।।
गलत कहते हे लोग'कि संगत का असर होता हे " वो बरसो मेरे साथ था '..................... मगर फिर भी बेवफा निकला ..
पानी बचाना है तो साल के 364 दिन बचाएं
और होली पर जम कर बहायें .....
बदलना है तो अपना व्यवहार बदलें त्यौहार नहीं....!!
जब भी मेरी कलम कोई आह... भरती है...
पता नहीं ये दुनिया क्यूं वाह-वाह करती है..
ना जाने क्यु कोसते है लोग बदसुरती को..
बरबाद करने वाले तो हसीन चहेरे होते है ..
इन्सान कम थे क्या.......
जो अब मौसम भी धोखा देने लगा...
तू एक भी बार हमसे मिली नहीं वरना !
तेरे ही दिल को तेरे ही खिलाफ कर देते .
तेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल को..
ना कोई काम करता है,ना कोई बात सुनता है..
मैं उस किताब का आख़िरी पन्ना था,
मैं ना होता तो कहानी ख़त्म न होती
हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं
तुझसे मुहब्बत है बस इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं...
जितना चाहे रूला ले मुझको तू ऐ जिन्दगी
हंसकर गुजार दूँगा तुझको,
मेरी भी ये जिद्द है..
वो आते ही नहीं, चाहे जितनी भी हसरत कर लूँ
मोहब्बत और बढ़ती जाती है, कितनी भी नफरत कर लूँ
वजह पूछोगे तो सारी उम्र गुजर
जाएगी…कहा ना अच्छे लगते हो तो,बस लगते
हो….!
किसी की तलाश मे मत निकलो ,
लोग खो नहीं - बदल जाते है.
आपने क्या कमाया उस पर कभी घमंड ना करना..!!
क्योंकी शतरंज की पारी खतम होने के बाद राजा
और मोहरे एक ही डिब्बे में रख दीये जाते है....
दुशमन सामने आने से भी डरते थे..
और वो पगली दिल से खेल के चली गई..
जो कहतें हैं मौत बिकती नहीं .....
उन्हें अलमारी में पड़ी , LIC की कुछ पुरानी रसीदें दिखाओ..
आदमी ही आदमी का रास्ता काट रहा है,
बिल्लियाँ तो बेचारी बेरोज़गार बैठी है....
लोग कहते हैं मोहब्बत एक बार होती है,
लेकिन मै जब-जब उसे देखता हूँ मुझे हर बार होती है !
मुझे समझाया न करो के, अब तो हो चुकी मुझको..
मोहब्बत मशवरा होती तो तुमसे पूछ के करते..
मोहब्बत तेरी सूरत से नहीं तेरे किरदार से है
शौक-ए-हुस्न होता तो बाजार चले जाते..
इजाज़त तो दी थी हर शरारत
की तुमको,
पर तुमने जो तोड़ा...पागल दिल
था वो मेरा..
मैं फकीरों से भी सौदा करता हूँ
अक्सर…..
.
.
जो एक रुपये में लाख दुआएं
देता है…
~जी भर गया है तो बता दो
हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं~
जिस उम्र में हमारे दांत टुटा करते थे,
उस उम्र में आज बच्चो के दिल टूट जाते है
मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने
वाला
अब शहर का शहर
तो बेवफा नहीं हो सकता…
परवाह नही चाहे जमाना कितना भी खिलाफ हो..
चलूँगा उसी राह पर जो सीधा और साफ़ हो...
दान करना ही है,
तो भूखे को रोटी दान कर ऐ इन्सान !!
कब तक मंदिर मस्जिद को......
करोड़पति बनाता रहेगा..
मोहब्बत हम क्या करें कोई इस काबिल
मिलता नहीं..
कोई दिल से नहीं मिलता किसी से दिल
नहीं मिलता.
गलती सुधरने का मौका तो उसी दिन से
मिलना बंद हो गया था..
जिस दिन हाथ में पेंसिल की जगह पेन
थमा दिया गया था
किसी रोज़ याद न कर पाऊँ तो
खुदग़रज़ ना समझ लेना दोस्तोंदरअसल छोटी सी इस उम्र मैं परेशानियां बहुत हैं..
मौत से कहना की हम से नाराजगी खत्म कर ले...
वो लोग ही बदल गए....जिन के लिए हम जिया करते थे...
अब बरसना बन्द भी कर ऐ बादल.....
.
.
.
.
मैने गलती की तुझे अपने प्यार की दास्तान सुनाकर...
किसी ने यूँ ही पूछ लिया हमसे
कि दर्द की कीमत क्या है,
हमने हंसते हुए कहा,
पता नहीं....कुछ अपने मुफ्त में दे जाते है.
"कमा के इतनी दोलत भी मैं अपनी "माँ" को दे ना पाया,
के जितने सिक्कों से "माँ" मेरी नज़र उतारा कर फेक दिया करती थी... @@ जय माता दी दोस्तों @@
ए- इश्क़ जरा सुन एक बात बता मुझको ...
क्या सबको अज़मते हो या मुझसे दुश्मनी हे
इंसान चाहे कितना भी साफ़ हो...।।
पर उसकी परछायी काली ही होती है..
तुम आओ और कभी दस्तक तो दो इस दिल पर,
प्यार उम्मीद से काम हो तो सजा ए मौत दे देना.
मेरा प्यार सच्चा था इस लिये तेरी याद आती है,
अगर तेरी बेवफाई भी सच्ची है,
तो अब यादों मे मत आना...
एक गुलाब ही काफ़ी था आज के इस दिन के लिये...
उन्होंने गुलदस्ता भेजकर सारे शहर में तहलका मचा दिया.
मुहब्बत में अब रंग आने लगा है..
कि वो मुझ से नज़रें चुराने लगा है !!
Lolzz
आज भी हमारे देश में
'तू प्यार है, किसी और का, तुझे चाहता कोई और है'
गाना सुनकर
10 में से 8 लड़के तो जजबाती हो ही जाते हैं।
आज सड़क पर निकले तो तेरी याद आ गई
तूने भी इस सिग्नल की तरह रंग बदला था
"मैं हर किसी के लिए अपने आपको
अच्छा साबित नहीं कर सकता, ..लेकिन........
मै उनके लिए बेहतरीन हूं जो मुझे समझते है
दूसरों की तरक्की देख कर जले नही ।
क्योकि जलते तो वो लोग हैं जो मर जाते है ।
बेटी को जिसने मरवा दिया था पत्नी के
कोख में,
मोहल्ले में लडकिया ढूँढ रहा है नवरात्रे के कन्या भोज में।।।
काश किस्मत भी नींद की तरह होती
रोज़ सुबह खुल जाती II
दिल की बाते तो इशारों से होती है....
अल्फाजो से तो अक्सर झगडे हुआ करते हैं..
तू मझे ख़त्म हुआ न समझ वो तीली..
भी आधी ही ज़ली थी जिसने जंगल ज़लाया था..
रोज़ ढलती हुई शाम से डर लगता हैं ,
अब मुझे इश्क़ के अंजाम से डर लगता हे ,
जब से तुमने मुझे धोखा दिया हे ,
तबसे मोहब्बत के नाम से डर लगता हे ..
उस बेवफा को ना आया मेरी मोहब्बत पर यकीन
हम ने कहा हम मर जायेंगे उसने कहा... आमीन..
तनहा रहना तो मुहब्बत वालों की एक रस्म है..
अगर फूल सिर्फ खुशी के लिए होते तो जनाजे पे ना डाले जाते..
ग़र तस्वीरें बोला करती,
तो मैं शायद कोई रंगसाज़ होता।
मैं शायर बना ही हूँ,
ताकि तेरी खूबसूरती को आवाज़ दे सकूँ.
तुम मौसम की तरह बदल रही हो,
मैं फसल की तरह बरबाद हो रहा हूँ ..
ज़िन्दगी तो सस्ती है यारों
पर
जीने के ढंग बड़े महँगे हैं
ऐसा नहीं.. कि दिल में तस्वीर नहीं थी
पर हाथों में तेरे नाम की लकीर नहीं थी
मेरे दुश्मन भी, मेरे मुरीद हैं शायद,
वक़्त बेवक्त मेरा नाम लिया करते हैं ,
मेरी गली से गुज़रते हैं छुपा के खंजर,
रु-ब-रु होने पर सलाम किया करते हैं ।
अभी तो चंद लफ़्ज़ों में समेटा हैं तुझे मैंने........
अभी तो मेरी किताबो में तेरी तस्वीर
बाकी है....
मेहनत सीढ़ियों की तरह होती हैं..और
भाग्य लिफ्ट की तरह...
किसी समय लिफ्ट तो बंद हो सकती हैं...
पर सीढ़ियाँ हमेशा ऊंचाई की तरफ ले जाती है...
उसके सामने सिगरेट पिया तो उसने कातिलाना सवाल पूछ लिया
~
क्या इसकी तलब मेरे होंठों से जयादा हैं..
पांच के नोट सी हो गई है जिन्दगी
चलती है.. मगर फटे हाल में अक्सर...
ज़माने पर यकीन करने की कितनी भी कोशिश
करो,
सावधान इंडिया का एक एपिसोड दिमाग
की ऐसी तैसी कर देता हे.
वो ""दोस्त"" मेरी नजर में ....
बहुत माएने रखते हैं,
जो वक़्त आने पर मेरे सामने
""आइने"" रखते हैं.
कुछ लोग हमेँ कहते हैँ क्या मिलेगा ये
राजनीति करके ।।
जिँदगी गुज़ारने के लिये काम धँधा करना पड़ता है..।।
तो हमने भी शायराना अँदाज़मेँ कह दिया ।।।
ज़िँदगी तो कुत्ते भी गुज़ार लेते हैँ ।।
गलत कहते हे लोग'कि संगत का असर होता हे " वो बरसो मेरे साथ था '..................... मगर फिर भी बेवफा निकला ..
पानी बचाना है तो साल के 364 दिन बचाएं
और होली पर जम कर बहायें .....
बदलना है तो अपना व्यवहार बदलें त्यौहार नहीं....!!
जब भी मेरी कलम कोई आह... भरती है...
पता नहीं ये दुनिया क्यूं वाह-वाह करती है..
ना जाने क्यु कोसते है लोग बदसुरती को..
बरबाद करने वाले तो हसीन चहेरे होते है ..
इन्सान कम थे क्या.......
जो अब मौसम भी धोखा देने लगा...
तू एक भी बार हमसे मिली नहीं वरना !
तेरे ही दिल को तेरे ही खिलाफ कर देते .
तेरे इश्क ने सरकारी दफ्तर बना दिया दिल को..
ना कोई काम करता है,ना कोई बात सुनता है..
मैं उस किताब का आख़िरी पन्ना था,
मैं ना होता तो कहानी ख़त्म न होती
हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं
तुझसे मुहब्बत है बस इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं...
जितना चाहे रूला ले मुझको तू ऐ जिन्दगी
हंसकर गुजार दूँगा तुझको,
मेरी भी ये जिद्द है..
वो आते ही नहीं, चाहे जितनी भी हसरत कर लूँ
मोहब्बत और बढ़ती जाती है, कितनी भी नफरत कर लूँ
वजह पूछोगे तो सारी उम्र गुजर
जाएगी…कहा ना अच्छे लगते हो तो,बस लगते
हो….!
किसी की तलाश मे मत निकलो ,
लोग खो नहीं - बदल जाते है.
आपने क्या कमाया उस पर कभी घमंड ना करना..!!
क्योंकी शतरंज की पारी खतम होने के बाद राजा
और मोहरे एक ही डिब्बे में रख दीये जाते है....
दुशमन सामने आने से भी डरते थे..
और वो पगली दिल से खेल के चली गई..
जो कहतें हैं मौत बिकती नहीं .....
उन्हें अलमारी में पड़ी , LIC की कुछ पुरानी रसीदें दिखाओ..
आदमी ही आदमी का रास्ता काट रहा है,
बिल्लियाँ तो बेचारी बेरोज़गार बैठी है....
लोग कहते हैं मोहब्बत एक बार होती है,
लेकिन मै जब-जब उसे देखता हूँ मुझे हर बार होती है !
मुझे समझाया न करो के, अब तो हो चुकी मुझको..
मोहब्बत मशवरा होती तो तुमसे पूछ के करते..
मोहब्बत तेरी सूरत से नहीं तेरे किरदार से है
शौक-ए-हुस्न होता तो बाजार चले जाते..
इजाज़त तो दी थी हर शरारत
की तुमको,
पर तुमने जो तोड़ा...पागल दिल
था वो मेरा..
मैं फकीरों से भी सौदा करता हूँ
अक्सर…..
.
.
जो एक रुपये में लाख दुआएं
देता है…
~जी भर गया है तो बता दो
हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं~
जिस उम्र में हमारे दांत टुटा करते थे,
उस उम्र में आज बच्चो के दिल टूट जाते है
मिल जायेंगा हमें भी कोई टूट के चाहने
वाला
अब शहर का शहर
तो बेवफा नहीं हो सकता…
परवाह नही चाहे जमाना कितना भी खिलाफ हो..
चलूँगा उसी राह पर जो सीधा और साफ़ हो...
दान करना ही है,
तो भूखे को रोटी दान कर ऐ इन्सान !!
कब तक मंदिर मस्जिद को......
करोड़पति बनाता रहेगा..
मोहब्बत हम क्या करें कोई इस काबिल
मिलता नहीं..
कोई दिल से नहीं मिलता किसी से दिल
नहीं मिलता.
गलती सुधरने का मौका तो उसी दिन से
मिलना बंद हो गया था..
जिस दिन हाथ में पेंसिल की जगह पेन
थमा दिया गया था
किसी रोज़ याद न कर पाऊँ तो
खुदग़रज़ ना समझ लेना दोस्तोंदरअसल छोटी सी इस उम्र मैं परेशानियां बहुत हैं..
मौत से कहना की हम से नाराजगी खत्म कर ले...
वो लोग ही बदल गए....जिन के लिए हम जिया करते थे...
अब बरसना बन्द भी कर ऐ बादल.....
.
.
.
.
मैने गलती की तुझे अपने प्यार की दास्तान सुनाकर...
किसी ने यूँ ही पूछ लिया हमसे
कि दर्द की कीमत क्या है,
हमने हंसते हुए कहा,
पता नहीं....कुछ अपने मुफ्त में दे जाते है.
No comments